भारत स्काउट गाइड के पांच दिवशीय शिविर संध्याकालीन कैंप  फायर कार्यक्रम में नारायणपुर पहुंची श्रीमती साय, स्काउटिंग राष्ट्रभक्ति एवं अनुशासन की प्रथम पाठशाला ,पढ़ाई के साथ राष्ट्रीय एवं सामाजिक कर्तव्यों के प्रति जागृति का एक प्रमुख माध्यम- श्रीमती कौशल्या साय 

भारत स्काउट गाइड के पांच दिवशीय शिविर संध्याकालीन कैंप  फायर कार्यक्रम में नारायणपुर पहुंची श्रीमती  साय, स्काउटिंग राष्ट्रभक्ति एवं अनुशासन की प्रथम पाठशाला ,पढ़ाई के साथ राष्ट्रीय एवं सामाजिक कर्तव्यों के प्रति जागृति का एक प्रमुख माध्यम- श्रीमती कौशल्या साय 


नारायणपुर : भारत स्काउट गाइड्स का द्वितीय सोपान शिविर विकासखंड कुनकुरी और जिला स्तरीय तृतीय सोपान ५ दिवशीय शिविर स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी माध्यम स्कूल नारायणपुर में जिला शिक्षा अधिकारी पदेन जिला आयुक्त भारत स्काउट गाइड जिला संघ जशपुर  पी के भटनागर के निर्देश से आयोजित किया जा रहा |इस शिविर में जिले से 37 विद्यालय से 207 गाइड और 134 स्काउट और उनके शि||विर संचालन हेतु 22 स्काउटर गाइडर शिविर प्रभारी के निर्देशन में यह कार्यक्रम संपन्न किया जा रहा है, शिविर के दुसरे दिन स्काउट्स गाइड्स  को प्रशिक्षकों  द्वारा  स्काउट्स के नियम ,प्रतिज्ञा प्रार्थना, शिविर ज्वाल गीत ,बीपी 6 , ध्वज शिष्टाचार आपदा प्रबंधन जीवन रक्षण कौशल अन्य विषय से संबंधित जानकारी बताई गई। 


    संध्याकालीन कैंप  फायर कें समय सभी शिविरार्थियों को आशीर्वचन प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी  कौशल्या साय जी का आगमन हुआ। शिव्राथियों द्वारा जनरल सैल्यूट के माध्यम से मंचासिन किया गया ।शिविर ज्वाल गीत और मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन कर  कार्यक्रम को प्रारंभ किया गया। उनके साथ  जिला शिक्षा अधिकारी पी के भटनागर ,  विकासखंड शिक्षा अधिकारी सी आर भगत,  प्राचार्य  श्री मति अगस्टीना तिग्गा, संतोष सहाय, अनीता सिंह,संतोषी बंदे, रामकृत नायक ,युवा साथी राहुल बंग, अभिषेक पूरी, विकास कुमार नागदेव ,अरुण महंती गोपाल यादव उपस्थित रहे। स्काउट्स गाइड्स के द्वारा कैंप फायर के समय अनेकों सांस्कृतिक कार्यक्रमो का मंचन किया गया। 


     श्रीमती कौशल्या साय ने शिविरार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि स्काउटिंग राष्ट्रभक्ति एवं अनुशासन की प्रथम पाठशाला है। पढ़ाई के साथ-साथ राष्ट्रीय एवं सामाजिक कर्तव्यों के प्रति जागृति का एक प्रमुख माध्यम है,जीवन का हर पल इंसान को कुछ न कुछ सीखने को प्रेरित करता रहता है। उनको जीवन में अच्छे कार्य करने माता पिता की बात मानने , गुरुजनों के साथ रहकर जीवन जीने की कला सीखने , जैसे बातो को बताकर बच्चो को जीवन में अच्छे कार्य करने ,देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करने , खुद को  हर परिस्थिति में मजबूत करने की बात कही,आप इस शिविर में किए गए कौशलों के विकास के लिए कड़ी मेहनत लगन से करें ताकि आप इसमें दक्ष बनकर राष्ट्र तथा स्वयं एवं परिवार को संबल प्रदान कर सके,यह वास्तव में सराहनीय है। हमें इस अवसर का लाभ उठाते हुए अपनी रुचि का विकास करना चाहिए। मेडम साय ने महत्त्वपूर्ण भूमिका बताते हुए भविष्य में अधिकाधिक सहयोग के लिए बच्चों को मानसिक रूप से तैयार रहने हेतु प्रेरित किया विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने बच्चो को इस पांच दिवसीय शिविर में पूर्ण रूप से सहयोग करने की बात कही।बच्चो में  आत्मविश्लेषण करने का गुण, उनमें शारीरिक मानसिक भावनात्मक विकास ,सार्वजनिक संपत्ति की सुरक्षा करना, प्रकृति प्रेम पशु पक्षी से प्रेम करना उनका संरक्षण करने में भूमिका अदा करना। स्वयं में स्वच्छ और अच्छे आदतों को विकसित कैसे करना है यह प्रशिक्षकों द्वारा बताया गया । 


 इस शिविर के आयोजन के संचालन के लिए प्रशिक्षण आयुक्त अनिता तिग्गा, जिला संगठन आयुक्त टुमनू  गोसाई डीटीसी फादर आनंद उपस्थित रहे । स्काउटर गाइडर उत्तम यादव , हेमंत पैंकरा ,गुलाब चंद पैंकरा,महेंद्र कुमार टंडन, अभिषेक कुमार नागिया, संतोष किस्पोट्टा, अमित कुमार जैन, मधु कुमार ध्रुव, धनेश्वर साय हेमंत प्रजापति, शांता मांझी दीप्ति प्रजापति, संजय समीर मिंज ,वंदना पैंकरा दुर्गेश्वरी राठिया  सोनम लकड़ा ,विमला तिर्की,संजना बाई ,मनीषा बाई ,जयंती बाई, मीना प्रजापति, आशुतोष भगत,सुहैल खान,मनोबल साय बैगा,निशांत साय का सहयोग रहा।