नदी में पुल नही होने से आधा दर्जन गांव के ग्रामीणों को परेशानी,ब्लाक मुख्यालय जाने के लिए करना पड़ता है लम्बा सफर,वर्षों की मांग आज तक लंबित....

जशपुर/नारायणपुर : बगीचा विकास खण्ड के ग्राम जुरूडाँड़ के समीप बहने वाली डोंडकी नदी में पुल नहीं होने के कारण ग्रामीणों की समस्या बढ़ गई है। पुल नहीं होने के कारण ग्रामीण बगीचा जाना है तो 15 किमी घूम के आवागमन करने के लिए मजबूर हैं। अगर इस नाला में पुल का निर्माण हो जाये तो महज 4 किमी का सफर कर बगीचा पहुंचा जा सकेगा।हर बार जनप्रतिनिधियों द्वारा नदी के उपर पुल निर्माण करने का आश्वासन दिया जाता है, लेकिन आज तक पुल निर्माण का सपना पूरा नहीं हो सका।पुल नहीं बनने के कारण ग्रामीणों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बगीचा जनपद मुख्यालय से नजदीक के रास्ते से मात्र चार किमी की दूरी पर स्थित पंडरीपानी,जुरूडाँड़,पुरंगा, टाँगरडीह,छाताबर,के ग्रामीण लंबे समय से डोंडकी नदी में गांव के समीप पुल निर्माण की मांग कर रहे हैं। इस मार्ग पर 5 से 6 गांव के ग्रामीण निवास कर रहे हैं। इस नदी के दोनों छोर तक सड़क का निर्माण हो चुका है गम्हरिया से पुरंगा नदी के एक तरफ प्रधानमंत्री सड़क का निर्माण किया जा चुका है पुल सुविधा न होने से ग्रामीण सड़क मार्ग के बिल्कुल समीप होने के बावजूद 10 से 15 किमी का घूम कर सफर तय कर बगीचा पहुंचते हैं। सर्दियों में इस नदी का जलस्तर कम होने पर ग्रामीण गांव के इस नदी को पार कर शॉट रास्ता होने के कारण इसी मार्ग से बगीचा आना जाना करते है
बगीचा गम्हरिया से पुरंगा नदी किनारे तक प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना अंतर्गत पक्की सड़क बनाई गई है पर इस जगह के डोंडकी नदी में अब तक पुल का निर्माण नही किया गया है। इस दुर्गम स्थानों में सड़क निर्माण के वक्त लोगों में विकास की एक नई आस जगी थी, लेकिन एक अदद पुल निर्माण के कारण उक्त मार्ग न सिर्फ आधा-अधूरा है, बल्कि औचित्यविहीन बनकर रह गया है। ग्रामीण क्षेत्र की इस नदी में पुलिया के निर्माण हो जाये तो वनांचलवासियों व ग्रामीणों के लिए वरदान साबित होगी। बताया जा रहा है की ग्रामीणों ने कई बार जनप्रतिनिधियों से पुल बनवाने की मांग की थी।आश्वासन तो दिया किन्तु जमीनी स्तर पर पुल बनवाने की कवायद अब तक शुरू नहीं की। जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा का शिकार हुए ग्रामीणों में भारी निराशा है
!सुनिए क्या कहते है राहगीर !
इस मार्ग से प्रतिदिन दर्जनों मोटर साइकिल एवम पैदल जाने वालों को खतरों से खेल कर इस शॉट कट मार्ग से बगीचा पहुचते हैं। कभी भी हादसा हो सकता है। जुरूडाँड़ निवासी मनोज यादव ने बताया कि बगीचा जाने के दो रास्ते हैं। जिसमे कम दूरी तय कर पुरंगा मार्ग से आना जाना होता है। जिसमें पंडरीपानी,टाँगरडीह, छाताबर,गम्हरिया से होते हुए बगीचा पहुंचा जा सकता है। बरसात में जब नदी उफान पार होती है तो मेन सड़क स्टेट हाइवे के रास्ते से 15 किलोमीटर की दूरी तय कर बगीचा पहुंचना पड़ता है।
मुझे जुरूडाँड़ -पुरंगा डोंडकी नदी का संज्ञान में है जल्द ही बजट में शामिल कर पुलिया के निर्माण कराया जाएगा।
श्रीमती रायमुनी भगत विधायक जशपुर -