तालाब में डूृबने से नवजात हाथी की मौत,परिसर के कर्मचारियों एवं हाथी ट्रैकरों के द्वारा हाथी ट्रैकिंग के वक्त देखी नवजात हाथी का शव, उच्च अधिकारियों की मौजूदगी में शव परीक्षण कर किया गया कफन-दफन

रायगढ़ : वन मंडलाधिकारी, धरमजयगढ़, वनमंडल ने जानकारी देते हुए बताया कि 21 नवम्बर को समय लगभग 6 बजे वन परिक्षेत्र छाल अंतर्गत हाटी परिसर के कर्मचारियों एवं हाथी ट्रैकरों के द्वारा प्रतिदिन की तरह आज भी हाथी ट्रैकिंग कार्य किया जा रहा था उसी दौरान हाटी परिसर के कक्ष क्रमांक 554 पी.एफ.हाथीमुड़ा स्थान पर विभाग द्वारा निर्मित तालाब के पानी के अंदर एक नवजात हाथी मृत अवस्था में पाया गया। मृत नवजात हाथी की सूचना तत्काल उच्चाधिकारियों को दिया गया एवं मौके में पहुंचकर तालाब के अंदर पानी में मृत पाये गये नवजात हाथी को बाहर निकाला गया।
पशु चिकित्सा अधिकारियों को शव परीक्षण करने हेतु सूचना दिया गया। वनमंडलाधिकारी एवं उप वनमंडलाधिकारी धरमजयगढ़ की उपस्थिति में जिला पशु चिकित्सा अधिकारियों की टीम के द्वारा मृत नवजात हाथी का शव परीक्षण किया गया। शव परीक्षण पश्चात आवश्यक अंगों का सेम्पल लिया गया। मौका स्थल का जांच, परिस्थिति एवं जिला स्तरीय गठित पशु चिकित्सा अधिकारियों के टीम द्वारा पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार नवजात हाथी की मृत्यु तालाब के पानी में डुबने के कारण हुई है। तत्पश्चात मौके पर उपस्थित उच्चाधिकारियों की उपस्थिति में विधिवत् गड्ढा खोदकर कफन-दफन किया गया। घटना स्थल के आस पास 100 मीटर एवं 500 मीटर की त्रिज्या में सघन गस्ती कर जांच किया गया किसी प्रकार का शिकार संबंधी साक्ष्य नहीं मिले हैं।
वनरक्षक हाटी के द्वारा पी.ओ.आर.क्रमांक जारी कर प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। प्रकरण में अग्रिम कार्यवाही जारी है। वर्तमान में घटना स्थल के आस पास 51 हाथियों का दल विचरण कर रहे है। जिसका वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा लगातार इस दल का निगरानी किया जा रहा है एवं लोगों को हाथी उपस्थिति की जानकारी अलग-अलग माध्यमों से दी जा रही है एवं लोगों को अलर्ट किया जा रहा है।